आईएआरआई फिर बना देश का नंबर वन कृषि संस्थान, टॉप 20 में एमिटी और लवली यूनिवर्सिटी भी शामिल

कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के कुल 40 संस्थानों को एनआईआरएफ रैंकिंग 2025 में शामिल किया गया है। इनमें से केवल चार कृषि विश्वविद्यालय — आईएआरआई, पीएयू, टीएनएयू और एसकेयूएएसटी — ही ओवरऑल टॉप-100 संस्थानों की सूची में जगह बना पाए हैं।

आईएआरआई फिर बना देश का नंबर वन कृषि संस्थान, टॉप 20 में एमिटी और लवली यूनिवर्सिटी भी शामिल

शिक्षा मंत्रालय द्वारा घोषित राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) 2025 में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों की सूची भी जारी की गई है। इस बार भी भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI), नई दिल्ली ने अपनी श्रेष्ठता कायम रखते हुए शीर्ष स्थान हासिल किया है। दूसरे स्थान पर आईसीएआर का राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान (NDRI), करनाल रहा है, जबकि पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU), लुधियाना तीसरे स्थान पर कायम है। 

NIRF में वर्ष 2023 से कृषि व संबद्ध क्षेत्रों के संस्थानों की अलग से रैंकिंग शुरू की गई थी। पिछले तीन वर्षों से IARI, NDRI और PAU लगातार शीर्ष तीन स्थानों पर बने हुए हैं। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) देश के कृषि विश्वविद्यालयों के बीच चौथा स्थान प्राप्त करने में सफल रहा है। इस साल दो निजी संस्थान — एमिटी यूनिवर्सिटी, गौतम बुद्ध नगर (15वां स्थान) और लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, फगवाड़ा (17वां स्थान) भी टॉप-20 में जगह बनाने में कामयाब रहे। यह कृषि शिक्षा में निजी संस्थानों की बढ़ती भूमिका का संकेत है।

ओवरऑल देश के टॉप 100 संस्थानों में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने 24वां स्थान प्राप्त किया है। लगातार तीसरे वर्ष IARI का कृषि संस्थानों में शीर्ष पर रहना, कृषि शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में संस्थान की मजबूती का परिणाम है। पूसा संस्थान के तौर पर विख्यात IARI की शुरुआत 1905 में बिहार के पूसा से एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट (ARI) के रूप में हुई थी। बाद में इसका नाम बदलकर इंपीरियल एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट किया गया। 1934 में यह संस्थान दिल्ली में स्थापित हुआ और आज़ादी के बाद इसे इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टीट्यूट नाम मिला। हरित क्रांति में अहम भूमिका निभाने वाले IARI का नेतृत्व डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन जैसे दिग्गज कृषि वैज्ञानिक कर चुके हैं।

शीर्ष 10 कृषि संस्थानों में इंडियन वेटरिनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट (IVRI), तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय (TNAU), शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कश्मीर (SKUAST), सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फिशरीज एजुकेशन, मुंबई, जी.बी. पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर और चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार शामिल हैं। ये संस्थान उच्च स्तर की शैक्षणिक और शोध गतिविधियों के चलते अग्रणी बने हुए हैं।

स्वतंत्रता के बाद स्थापित देश के पहले कृषि विश्वविद्यालय, उत्तराखंड के पंतनगर स्थित जी.बी. पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, के प्रदर्शन में हाल के वर्षों में गिरावट आई है। इस साल पंतनगर विश्वविद्यालय 8वें स्थान से गिरकर 9वें स्थान पर आ गया है, जबकि अपनी रैंकिंग में सुधार करते हुए शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कश्मीर 7वें स्थान पर पहुंच गया है। पंतनगर विश्वविद्यालय ओवरऑल 100 संस्थानों की फेहरिस्त से भी बाहर हो गया है।  

कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के कुल 40 संस्थानों को एनआईआरएफ रैंकिंग 2025 में शामिल किया गया है। इनमें से केवल चार कृषि विश्वविद्यालय — आईएआरआई, पीएयू, टीएनएयू और एसकेयूएएसटी — ही ओवरऑल टॉप-100 संस्थानों की सूची में जगह बना पाए हैं। संस्थानों का मूल्यांकन शिक्षण, शोध और शैक्षणिक प्रदर्शन सहित विभिन्न मानकों के आधार पर किया गया।

Subscribe here to get interesting stuff and updates!