उत्तर प्रदेश में चौधरी चरण सिंह के नाम पर बनेंगे 5 सीड पार्क, कैबिनेट ने दी मंजूरी
योजना के अंतर्गत पहले सीड पार्क की स्थापना लखनऊ जिले के अटारी स्थित राजकीय कृषि प्रक्षेत्र की 130.63 एकड़ भूमि पर की जाएगी, जिस पर 266.70 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसी तरह चार अन्य सीड पार्क प्रदेश के पश्चिमी, तराई, मध्य, बुंदेलखंड और पूर्वी क्षेत्रों में कृषि जलवायु के अनुरूप विकसित किए जाएंगे।

- सुमित यादव
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य को बीज उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए प्रदेश में पांच सीड पार्कों की स्थापना के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के नाम पर स्थापित किए जाने वाले ये सीड पार्क प्रदेश के पांच कृषि जलवायु क्षेत्रों (क्लाइमेटिक जोन) में चरणबद्ध तरीके से स्थापित किए जाएंगे।
गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर अभिनंदन प्रस्ताव पारित किया गया, साथ ही 10 अन्य प्रस्तावों को भी मंजूरी दी गई।
बीज उद्योगों को लीज पर मिलेगी जमीन
प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि सरकार इन सीड पार्कों में निवेश करने वाले बीज व्यवसायियों को विभिन्न रियायतें प्रदान करेगी, ताकि निजी निवेश को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि इन सीड पार्कों में बीज उद्योगों को 30 वर्षों की लीज पर भूमि उपलब्ध कराई जाएगी, जिस पर बीज उत्पादन, भंडारण, प्रयोगशालाओं तथा अन्य आवश्यक सुविधाएं विकसित की जा सकेंगी। यह लीज आवश्यकता अनुसार 90 वर्षों तक बढ़ाई जा सकेगी।
इस योजना के अंतर्गत पहले सीड पार्क की स्थापना लखनऊ जिले के अटारी स्थित राजकीय कृषि प्रक्षेत्र की 130.63 एकड़ भूमि पर की जाएगी, जिस पर 266.70 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसी तरह चार अन्य सीड पार्क प्रदेश के पश्चिमी, तराई, मध्य, बुंदेलखंड और पूर्वी क्षेत्रों में कृषि जलवायु के अनुरूप विकसित किए जाएंगे।
सीड पार्क से जुड़ेंगे 40 हजार किसान
कृषि मंत्री ने बताया कि एक सीड पार्क से लगभग 1,200 लोगों को प्रत्यक्ष और 3,000 लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की संभावना है। साथ ही लगभग 40,000 बीज उत्पादक किसान इन पार्कों से सीधे तौर पर जुड़ेंगे। सभी पांच सीड पार्कों की स्थापना से कुल 6,000 प्रत्यक्ष और 15,000 अप्रत्यक्ष रोजगार अवसर सृजित होंगे।
प्रतिवर्ष 139 लाख क्विंटल बीज की आवश्यकता
उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा कृषि राज्य है, जिसका कुल कृषि क्षेत्रफल 162 लाख हेक्टेयर है। यहां हर वर्ष लगभग 139.43 लाख क्विंटल बीज की आवश्यकता होती है, जिसकी आपूर्ति के लिए प्रदेश को अन्य राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता है। सीड पार्कों की स्थापना से यह निर्भरता समाप्त होगी और किसानों को स्थानीय स्तर पर गुणवत्ता युक्त बीज उचित मूल्य पर उपलब्ध होंगे। इससे कृषि उत्पादकता और किसानों की आय दोनों में वृद्धि होगी।
बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा यूपी
वर्तमान में उत्तर प्रदेश में बीजों की कुल आवश्यकता का केवल 7 प्रतिशत पूर्ति सरकारी/अर्ध-सरकारी संस्थाओं के माध्यम से, 43 प्रतिशत निजी क्षेत्र से और लगभग 50 प्रतिशत किसान संरक्षित बीजों से होती है। प्रदेश में लगभग 40 लाख क्विंटल प्रमाणित बीजों का उत्पादन किया जा रहा है। जबकि शेष बीजों के लिए अन्य राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता है। सीड पार्क बनने से बीज उत्पादन में यूपी आत्मनिर्भर बनेगा।
100 करोड़ की लागत से बनेंगे पंचायत उत्सव भवन
उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रामीण विधानसभा क्षेत्रों में विवाह व अन्य सामाजिक आयोजनों के लिए पंचायत उत्सव भवनों के निर्माण की योजना को मंजूरी दी है। मंत्रिपरिषद ने इन भवनों को "पंचायत उत्सव भवन" नाम दिया है। प्रथम चरण में 71 ग्रामीण विधानसभा क्षेत्रों में इन भवनों का निर्माण कराया जाएगा, जिस पर 100 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान किया गया है।
प्रत्येक भवन की अनुमानित लागत 1.41 करोड़ रुपये होगी। इनमें उत्तर प्रदेश मातृ भूमि योजना के तहत 60 प्रतिशत राशि दानदाता द्वारा और 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार द्वारा वहन की जाएगी। इन भवनों के लिए भूमि चयन का कार्य जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित सात सदस्यीय समिति द्वारा किया जाएगा।