आईआईएफटी और रूरल वॉयस द्वारा 100 अरब डॉलर के कृषि निर्यात लक्ष्य पर राउंडटेबल कॉन्फ्रेंस का आयोजन
"100 अरब डॉलर के कृषि निर्यात लक्ष्य की प्राप्ति" विषय पर केंद्रित इस सम्मेलन में वर्ष 2030 तक भारत के कृषि निर्यात को दोगुना करने से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। सम्मेलन में नीति-निर्माता, उद्योग जगत के प्रतिनिधि, विदेश व्यापार और कृषि क्षेत्र के के विशेषज्ञ शामिल होंगे।

भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (आईआईएफटी) द्वारा रूरल वॉयस मीडिया प्लेटफॉर्म के सहयोग से आज नई दिल्ली स्थित आईआईएफटी परिसर में कृषि निर्यात पर एक राउंडटेबल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। "100 अरब डॉलर के कृषि निर्यात लक्ष्य की प्राप्ति" विषय पर केंद्रित इस सम्मेलन में वर्ष 2030 तक भारत के कृषि निर्यात को दोगुना करने से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। सम्मेलन में नीति-निर्माता, उद्योग जगत के प्रतिनिधि, विदेश व्यापार और कृषि क्षेत्र के के विशेषज्ञ शामिल होंगे।
वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का कृषि निर्यात लगभग 51.9 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है। 2030 तक 100 अरब डॉलर कृषि निर्यात के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को हासिल करने के लिए नीतिगत सुधार, मूल्य संवर्धन, मजबूत बुनियादी ढांचे और वैश्विक बाजार पहुंच की आवश्यकता है। सम्मेलन में भारतीय कृषि निर्यात से जुड़ी चुनौतियों और नीतिगत कमियों को दूर करने, वैश्विक बाजार के अवसरों की पहचान करने और कृषि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एक रणनीतिक रोडमैप तैयार पर मंथन किया जाएगा।
सम्मेलन में दो विशेषज्ञ पैनल शामिल होंगे:
पैनल 1: कृषि निर्यात की चुनौतियां और अवसर
इस सत्र में बुनियादी ढांचे, लॉजिस्टिक्स और नीतिगत बाधाओं पर गहन चर्चा की जाएगी जो वर्तमान में कृषि-निर्यात की वृद्धि में बाधक बन रहे हैं। इसके साथ ही यह कृषि निर्यात से जुड़े नए रुझान, अंतरराष्ट्रीय बाज़ार की स्थिति और मूल्य संवर्धित एवं उच्च क्षमता वाले कृषि उत्पादों के लिए नए अवसरों पर केंद्रित होगा।
पैनल 1 के प्रमुख वक्ता:
- प्रो. राकेश मोहन जोशी, कुलपति, आईआईएफटी
- डॉ. सुधांशु, सचिव, एपीडा
- श्री सिराज ए. चौधरी, पार्टनर, एगवाया एलएलपी
- डॉ. प्रशांत कुमार स्वैन, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भारतीय चावल निर्यातक महासंघ (आईआरईएफ)
पैनल 2: 100 अरब डॉलर लक्ष्य की दिशा में अगला कदम
यह सत्र कृषि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक नीतिगत हस्तक्षेप, संस्थागत ढांचे, निर्यात प्रतिस्पर्धा बढ़ाने, बाज़ार पहुंच को सुदृढ़ करने जैसे उपायों पर केंद्रित होगा। इसमें 100 अरब डॉलर के कृषि निर्यात लक्ष्य हो प्राप्त करने के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी, नवाचार और वित्तपोषण के तरीकों पर विचार-विमर्श किया जएगा।
पैनल 2 के प्रमुख वक्ता:
- श्री सिराज हुसैन, पूर्व कृषि सचिव, भारत सरकार
- डॉ. राजबीर सिंह, उप महानिदेशक (कृषि विस्तार), आईसीएआर
- श्री अनुपम कौशिक, प्रबंध निदेशक, नेशनल कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट्स लिमिटेड
- डॉ. स्मिता सिरोही, कृषि अर्थशास्त्री, प्रधान वैज्ञानिक, आईसीएआर
- श्री हरवीर सिंह, प्रधान संपादक, रूरल वॉयस
सम्मेलन के दौरान रूरल वॉयस के प्रकाशन रूरल वर्ल्ड पत्रिका के विशेषांक का विमोचन भी किया जाएगा, जो देश के कृषि निर्यात को 100 अरब डॉलर तक पहुंचाने के विषय पर ही केंद्रित है।