इंडियन ऑयल खोलेगी देश में 300 एथेनॉल फ्यूल स्टेशन: नितिन गडकरी

केंद्र सरकार बायोफ्यूल के तौर पर एथेनॉल को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। देश में 300 एथेनॉल फ्यूल स्टेशन खोलने की तैयारी चल रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि देश की शीर्ष रिफाइनर कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन 300 एथेनॉल फ्यूल स्टेशन खोलेगी। 

इंडियन ऑयल खोलेगी देश में 300 एथेनॉल फ्यूल स्टेशन: नितिन गडकरी

केंद्र सरकार बायोफ्यूल के तौर पर एथेनॉल को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। देश में 300 एथेनॉल फ्यूल स्टेशन खोलने की तैयारी चल रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि देश की शीर्ष रिफाइनर कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन 300 एथेनॉल फ्यूल स्टेशन खोलेगी। पुणे में वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट (वीएसआई) द्वारा आयोजित तीसरे अंतरराष्ट्रीय चीनी सम्मेलन में बोलते हुए नितिन गडकरी ने कहा, “एथेनॉल पंप खोलने की मेरी मांग को पेट्रोलियम मंत्री ने स्वीकार कर लिया है। इंडियन ऑयल ने देश में 300 एथेनॉल पंप शुरू करने का फैसला लिया है।”

पेट्रोलियम आयात पर निर्भरता घटाने और कार्बन फुटप्रिंट में कटौती के लक्ष्य को हासिल करने के लिए एथेनॉल को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए एथेनॉल मिश्रण कार्यक्रम चलाया जा रहा है और हाइब्रिड वाहनों पर टैक्स कम कर प्रोत्साहन दिया जाएगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को बताया कि इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन 300 एथेनॉल स्टेशन स्थापित करने के लिए तैयार है। उन्होंने मिल मालिकों को सुझाव दिया कि वे अपनी फैक्ट्री में एथेनॉल पंप शुरू करें। 

भारत सरकार ने वर्ष 2024-25 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत और 2029-30 तक 30 प्रतिशत एथेनॉल-मिश्रण का लक्ष्य रखा है। एथेनॉल-मिश्रित पेट्रोल से वर्ष 2022-23 में 24,300 करोड़ रुपये से अधिक की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है। इसके अलावा किसानों को लगभग 19,300 करोड़ रुपये का शीघ्र भुगतान किया गया है। वैकल्पिक हरित ईंधन अपनाने से लागत में कटौती के साथ-साथ वाहनों के कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद मिलेगी। 

अप्रैल के बाद निकलेगा एथेनॉल का समाधान

केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने चीनी मिल मालिकों को आश्वासन दिया कि एथेनॉल उत्पादन के लिए चीनी के उपयोग पर सरकार की नीति के कारण उनकी समस्याओं का समाधान अप्रैल के बाद ढूंढ लिया जाएगा। वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने कहा कि भारत एक दिन ऊर्जा का निर्यातक होगा और ऐसा करने के लिए कृषि को विकसित करने की आवश्यकता है। इस संस्थान के अध्यक्ष राकांपा प्रमुख शरद पवार हैं।

केंद्र सरकार ने पिछले महीने गन्ने के रस से एथेनॉल बनाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि, बाद में एथेनॉल उत्पादन के लिए गन्ने के रस के साथ-साथ बी-हैवी मोलासेज के उपयोग की अनुमति देने का ऐलान किया गया था। लेकिन चीनी के डायवर्जन को 17 लाख टन पर सीमित कर दिया था। गडकरी ने कहा कि जहां तक एथेनॉल का सवाल है, सरकार उचित कदम उठाएगी... मुझे पता है कि आप किन समस्याओं का सामना कर रहे हैं। यह एक अस्थायी चरण है। अप्रैल के बाद हम इसका समाधान खोज लेंगे। इसलिए चिंता न करें।

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