वैश्विक अनाज उत्पादन 2025 में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का अनुमान, मोटे अनाज के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद
FAO के नवीनतम पूर्वानुमान के अनुसार 2025 में वैश्विक अनाज उत्पादन रिकॉर्ड 296.1 करोड़ टन होगा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 3.5% अधिक है। अमेरिका, ब्राज़ील और मेक्सिको में मक्का और ज्वार की बेहतर पैदावार की उम्मीद है। यह चीन, अर्जेंटीना, नेपाल और अमेरिका में गेहूं और चावल के उत्पादन में गिरावट की भी भरपाई करेगा।

खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) ने अनुमान लगाया है कि 2025 में वैश्विक अनाज उत्पादन रिकॉर्ड 296.1 करोड़ टन तक पहुंच जाएगा। संगठन ने जुलाई की तुलना में अपने अनुमान में 3.56 करोड़ टन यानी 1.2 प्रतिशत की वृद्धि की है। यह वृद्धि मोटे अनाज, विशेष रूप से मक्का और ज्वार की बेहतर संभावनाओं के कारण हुई है।
मोटे अनाज उत्पादन का अनुमान उल्लेखनीय रूप से बढ़ाकर 160.1 करोड़ टन कर दिया गया है, जो जुलाई के अनुमान से 3.61 करोड़ टन और 2024 के उत्पादन से 5.9 प्रतिशत अधिक है। यह वृद्धि मुख्य रूप से अमेरिका से आ रही है, जहां मक्के की बंपर फसल होने की उम्मीद है। ब्राज़ील और मेक्सिको के लिए भी सकारात्मक संशोधन किए गए हैं। ब्राज़ील में अधिक पैदावार की उम्मीद है तो मेक्सिको में रकबा बढ़ा है।
इसके विपरीत, शुष्क मौसम और औसत से अधिक तापमान के कारण यूरोपीय यूनियन में मक्के के पूर्वानुमानों में कटौती की गई है। वहां पैदावार और रकबा दोनों में कमी आने की आशंका है। वैश्विक ज्वार उत्पादन भी बढ़कर 6.66 करोड़ टन होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 5.6 प्रतिशत अधिक होगा। जिसमें ब्राज़ील में रिकॉर्ड ज्वार उत्पादन का अनुमान है।
गेहूं उत्पादन थोड़ा कम होगा, लेकिन चावल का रिकॉर्ड उत्पादन
एफएओ का गेहूं उत्पादन पूर्वानुमान 80.49 करोड़ टन है। चीन में कम पैदावार और अर्जेंटीना में कम रकबे के कारण जुलाई की तुलना में इसमें थोड़ी कमी की गई है। हालांकि, यह पिछले वर्ष की तुलना में अभी भी 69 लाख टन अधिक है। यूरोपीय यूनियन के लिए गेहूं उत्पादन के अनुमान में सुधार हुआ है।
2025-26 में वैश्विक चावल उत्पादन का पूर्वानुमान रिकॉर्ड 55.55 करोड़ टन पर बना हुआ है। नेपाल और अमेरिका में क्रमशः कम वर्षा और बाढ़ के कारण उत्पादन में कमी देखी गई है। हालांकि, इंडोनेशिया में ज्यादा बुवाई के साथ-साथ बांग्लादेश, ब्राज़ील, चीन और भारत में रकबा बढ़ने से वैश्विक स्तर पर ग्रोथ बनी रहने की उम्मीद है।
अनाज उपयोग 292.2 करोड़ टन तक पहुंचने का अनुमान
2025-26 में वैश्विक अनाज उपयोग 292.2 करोड़ टन तक पहुंचने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 4.46 करोड़ टन (1.6 प्रतिशत) अधिक है। ब्राज़ील और अमेरिका में चारे में मक्का के बढ़ते उपयोग से मोटे अनाज का उपयोग 1.7 प्रतिशत बढ़कर 156.8 करोड़ टन हो जाएगा। चीन, यूरोपीय यूनियन और थाईलैंड में पशु आहार की बढ़ती मांग के साथ, गेहूं का उपयोग रिकॉर्ड 80.35 करोड़ टन तक पहुंचने का अनुमान है। चावल का उपयोग 1.9 प्रतिशत की मामूली वृद्धि के साथ रिकॉर्ड 55.06 करोड़ टन तक पहुंचने की उम्मीद है।
2025-26 सीजन के अंत तक वैश्विक अनाज भंडार रिकॉर्ड 89.87 करोड़ टन रहने के आसार हैं। इसमें सालाना आधार पर 3.7 प्रतिशत की वृद्धि होगी। यह वृद्धि मुख्य रूप से अमेरिका में मक्के के भंडार में वृद्धि के कारण होगी। इसके 5 करोड़ टन से अधिक पहुंचने की उम्मीद है। ईरान और यूरोपीय यूनियन में गेहूं के भंडार में थोड़ी कमी आने का अनुमान है। ब्राज़ील, चीन, भारत और थाईलैंड में वृद्धि के कारण चावल का भंडार 2 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 21.45 करोड़ टन होने की उम्मीद है।
ब्राज़ील और अमेरिका अनाज व्यापार में अग्रणी होंगे
2025-26 में विश्व अनाज व्यापार 49.34 करोड़ टन रहने का अनुमान है, जो 2024-25 की तुलना में 1.4 प्रतिशत और जुलाई के अनुमान से 65 लाख टन अधिक है। चीन द्वारा कम खरीद के बावजूद, ब्राज़ील और अमेरिका से मक्के का निर्यात मोटे अनाज के व्यापार को बढ़ाएगा। चीन, ईरान, पाकिस्तान, सीरिया और तुर्की से मजबूत मांग के साथ गेहूं व्यापार में 4 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है।
2025 में चावल व्यापार 6.14 करोड़ टन के नए शिखर पर पहुंचने की उम्मीद है। बांग्लादेश, घाना और गिनी-बिसाऊ देशों की तरफ से अधिक आयात अन्य देशों में आई कमी की भरपाई कर देगा।