सीबीजी पर समीक्षा बैठक में IFGE ने मूल्य वृद्धि को अपर्याप्त बताया, एमडीए और जीएसटी से जुड़ी चिंताएं उठाईं
बैठक में उपस्थित प्रतिनिधिमंडल ने एफओएम और एलएफओएम के लिए मार्केट डेवलपमेंट असिस्टेंस के वितरण में देरी पर भी चिंता जताई। केंद्रीय मंत्री ने बाइ-प्रोडक्ट की महत्ता को स्वीकार किया और आश्वासन दिया कि वे इस मुद्दे को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री और उर्वरक मंत्री के समक्ष उठाएंगे ताकि समाधान निकाला जा सके।

इंडियन फेडरेशन ऑफ ग्रीन एनर्जी - सीबीजी प्रोड्यूसर फोरम (IFGE CBGPF) ने कंप्रेस्ड बायोगैस (CBG) की हाल की मूल्यवृद्धि को अपर्याप्त बताया है। इसने मूल्य निर्धारण की नियमित समीक्षा प्रणाली लागू करने की सिफारिश की है। यह महत्वपूर्ण मुद्दा पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में उठाया गया, जिसका उद्देश्य सीबीजी क्षेत्र की प्रमुख चुनौतियों पर चर्चा करना था।
बैठक में उपस्थित प्रतिनिधिमंडल ने एफओएम (Fermentable Organic Matter) और एलएफओएम (Liquid Fermentable Organic Matter) के लिए मार्केट डेवलपमेंट असिस्टेंस (MDA) के वितरण में देरी पर भी चिंता जताई। केंद्रीय मंत्री ने बाइ-प्रोडक्ट की महत्ता को स्वीकार किया और आश्वासन दिया कि वे इस मुद्दे को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री और उर्वरक मंत्री के समक्ष उठाएंगे ताकि समाधान निकाला जा सके।
कर से जुड़ी चिंताओं के संबंध में पेट्रोलियम मंत्री ने आश्वस्त किया कि वित्त मंत्रालय को एक आधिकारिक पत्र भेजा जाएगा जिसमें जीएसटी से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए IFGE CBGPF की सिफारिशें शामिल होंगी। बुनियादी ढांचे के संदर्भ में पाइपलाइन इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास (DPI) योजना की समीक्षा की जाएगी ताकि इसे सीबीजी उत्पादकों के लिए अधिक अनुकूल बनाया जा सके और गैस नेटवर्क तक तेज और सुगम पहुंच सुनिश्चित की जा सके।
यह बैठक पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय (MoPNG) में आयोजित की गई, जिसमें प्रमुख सरकारी अधिकारियों - पंकज जैन (सचिव), प्रवीण मल खनूजा (अतिरिक्त सचिव), आशीष जोशी (संयुक्त सचिव, जीपी डिवीजन) के साथ गेल और आईओसीएल के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
उद्योग जगत की तरफ से इस बैठक में IFGE के वाइस प्रेसिडेंट आशीष कुमार, महानिदेशक संजय गंजू और IAVL, IGX, कार्बन मास्टर्स, TruAlt Bioenergy, रिलायंस इंडस्ट्रीज समेत कई प्रमुख कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
मंत्री पुरी ने भारत के ऊर्जा क्षेत्र के लिए सीबीजी की रणनीतिक महत्ता को दोहराया और तिमाही आधार पर नियमित समीक्षा बैठकें आयोजित करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने इस सेक्टर की दीर्घकालिक स्थिरता और विकास सुनिश्चित करने में सरकार के समर्थन को भी दोहराया।