विकसित कृषि संकल्प अभियान: बिहार के किसानों से मिले कृषि मंत्री, निर्यात संभावनाओं पर जोर दिया

पीपराकोठी (पूर्वी चम्पारण) के कृषि विज्ञान केंद्र में किसानों से संवाद, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बिहार में कृषि विकास की अपार संभावनाएं

विकसित कृषि संकल्प अभियान: बिहार के किसानों से मिले कृषि मंत्री, निर्यात संभावनाओं पर जोर दिया

पूर्वी चम्पारण, बिहार — ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के तहत देशभर में किसानों से हो रहे संवाद कार्यक्रमों की श्रृंखला में केंद्रीय कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को बिहार के पूर्वी चम्पारण के पीपराकोठी स्थित कृषि विज्ञान केंद्र पहुंचे। यहां उन्होंने किसानों से संवाद किया और राज्य में कृषि विकास की अपार संभावनाओं को लेकर आश्वस्त किया। 

अपने संबोधन में शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "किसानों की सेवा करना मेरे लिए भगवान की पूजा करने जैसा है। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा। 'विकसित भारत' का सपना, 'विकसित कृषि' और 'समृद्ध किसान' से ही पूरा हो सकता है।"

उन्होंने कहा कि पूर्वी चंपारण की यह पवित्र भूमि है, जहां से महात्मा गांधी ने सत्याग्रह की शुरुआत की थी। आज उसी भूमि पर कृषि के क्षेत्र में नवाचार और प्रगति हो रही है। बिहार का चिउड़ा कैसे विदेशों में निर्यात हो इसके लिए भी योजना बनाई जाएगी।

लीची किसानों की समस्या पर त्वरित कार्रवाई का आश्वासन

शिवराज सिंह चौहान ने बिहार के लीची उत्पादक किसानों से भी संवाद किया। उन्होंने कहा कि लीची के किसानों ने मुझसे समस्या साझा की है। लीची के जल्दी खराब होने के कारण पैदावार को 48 घंटों के भीतर बेचना होता है, जिस कारण कभी—कभी कम दाम मिलते है। इसके समाधान के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) को विशेष शोध करने और तकनीक विकसित करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कोल्ड स्टोरेज की संख्या बढ़ाने की भी बात कही ताकि किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिल सके। 

मक्का से बढ़ी किसानों की आय 

केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की कारगर नीतियों के फलस्वरुप बिहार में मक्के की खेती में तेजी से इजाफा हो रहा है। मक्के का प्रयोग अब इथेनॉल में भी होने लगा है। पहले मक्का 1200 से 1500 रुपये प्रति क्विंटल के बीच बिकता था। इथेनॉल के कारण मक्के के दाम में वृद्धि हुई है। पहले प्रति हेक्टेयर उत्पादन 23-24 क्विंटल था, जो अब 50-60 क्विंटल तक पहुंच गया है। इससे किसानों की आमदनी में भी इजाफा हुआ। 

चावल की नई किस्मों से बढ़ेगा उत्पादन 

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बिहार में किसानों के पास छोटे-छोटे खेत है लेकिन इसके बावजूद बिहार के किसान धरती से सोना उगा रहे हैं। कृषि मंत्री ने हाल ही में चावल की दो नई किस्मों को विकसित किए जाने की जानकारी दी, जिसमें पानी 20 प्रतिशत कम लगेगा और उत्पादन 30 प्रतिशत बढ़ जाएगा। उन्होंने अन्न के साथ-साथ फल-फूल, सब्जियां का उत्पादन बढ़ाने पर भी जोर दिया। 

नकली कीटनाशकों पर सख्ती

केंद्रीय कृषि मंत्री ने स्पष्ट किया कि नकली कीटनाशक बनाने वाली कंपनियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएं जा रहे हैं। नकली कीटनाशक बनाने वालों के प्रति सख्त कार्रवाई की जाएगी, किसी को छोड़ा नहीं जाएगा। 

‘लैब से लैंड’ तक पहुंच रहे वैज्ञानिक

‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के तहत 16,000 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं से निकलकर गांव-गांव जाकर किसानों से संवाद कर रहे हैं। कृषि मंत्री ने कहा कि ‘लैंब को लैंड’ से जोड़ने के लिए ही ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ बनाया गया है। उन्होंने सभी से एक राष्ट्र-एक कृषि-एक टीम के मंत्र को लेकर आगे बढ़ने का आह्वान किया। 

किसानों की समृद्धि ही राष्ट्र की समृद्धि

शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “अन्नदाता सुखी भव:” यही मंत्र है। अन्नदाता सुखी, तो देश भी सुखी होगा। किसानों की समृद्धि के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। 

इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्वी चम्पारण के सांसद राधा मोहन सिंह, स्थानीय विधायक, कृषि वैज्ञानिक, कृषि विभाग के अधिकारी और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।

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