उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पद से इस्तीफा दिया, स्वास्थ्य को बताया वजह
राष्ट्रपति को भेजे इस्तीफे में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला दिया है।

भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिखे पत्र में उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला दिया है।
जगदीप धनखड़ ने सोशल मीडिया पर इस्तीफा पोस्ट करते हुए कहा, “स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए मैं संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के अनुसार तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देता हूं। मैं भारत की राष्ट्रपति के प्रति उनके अटूट समर्थन और मेरे कार्यकाल के दौरान हमारे बीच बने सुखद एवं अद्भुत कार्य संबंधों के लिए अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करता हूं।”
उन्होंने आगे लिखा, "मैं माननीय प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद का भी आभार प्रकट करता हूं। प्रधानमंत्री का सहयोग मेरे लिए बेहद मूल्यवान रहा है और मैंने अपने कार्यकाल के दौरान उनसे बहुत कुछ सीखा है। धनखड़ ने कहा, मुझे माननीय सांसदों से जो स्नेह, विश्वास और अपनापन मिला, वह मेरे लिए सदा अमूल्य रहेगा और मेरी स्मृति में अंकित रहेगा। मैं इस महान लोकतंत्र में उपराष्ट्रपति के रूप में मिले अमूल्य अनुभवों और ज्ञान के लिए अत्यंत आभारी हूं।"
संसद के मानसून सत्र के पहले ही दिन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे ने पूरे देश को आश्चर्यचकित कर दिया। 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में धनखड़ का पांच साल का कार्यकाल 10 अगस्त, 2027 तक चलने वाला था। पेशे से वकील धनखड़ उपराष्ट्रपति चुने जाने से पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे। पहले राज्यपाल और फिर उपराष्ट्रपति पद पर रहने के दौरान वे कई बार विवादों से घिरे और उन्हें विपक्ष की आलोचना का सामना करना पड़ा।
धनखड़ इस्तीफा देने वाले दूसरे उपराष्ट्रपति
जगदीप धनखड़ से पहले वराहगिरि वेंकट गिरि ने भी 1969 में उपराष्ट्रपति के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान इस्तीफा दे दिया था, ताकि राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ सकें।